

कलम (रूटस्टॉक) की देखभाल
कलम (रूटस्टॉक) की देखभाल
रोपण के १० से १५ दिनों के बाद पौधे पर नई वृद्धि दिखाई देने लगती है, इस बिच फसल की नियमित सिचाई महत्वपूर्ण हैं, क्युकी पोषक प्रदान करने वाली जड़े मिट्टी की ऊपरी सतह पर होती है, इसलिए इस चरण में सिचाई बार-बार आवश्यकता होती है।



रोग एवं कीट प्रबंधन
रोग एवं कीट प्रबंधन
सामान्य रूप से व्यावसायिक किस्मे जंग रोग के अलावा अन्य रोग के प्रति रोग प्रतिरोधी होती हैं, लेकिन जंग रोग व्यापक समस्या होती है, जो रोपण के ३ माह बाद पुरानी पत्तियों पर दिखाई देते है, जो रस चूस कर पत्तियों को कमजोर बनाती हैं, इसके निवारण के लिए ब्लू कॉपर २ ग्राम/ लीटर और बाविस्टिन १ ग्राम/ लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए, इसके साथ ही पिस्सु और झींगुर भी फसल को प्रभावित करते है, जिसके निवारण के लिए उचित कीटनाशक का उपयोग करना चाहिए।


कलम (रूटस्टॉक) की पुनः छटाई करना
कलम (रूटस्टॉक) की पुनः छटाई करना
खेत में लगाई गई कलम(रूटस्टॉक) का विकास समान नहीं होता क्योकि रोपण के लिए लगाई गई कलम नर्सरी से लाई गई होती है, इसलिए सभी टहनियों और जड़ो के समान विकास के लिए पौधो की छटाई आवश्यक होती हैं।


नए अंकुरों की पुनः छटाई
नए अंकुरों की पुनः छटाई
कलम की एक बार छटाई के बाद अंकुरण तेजी से होता है, और कई शाखाए विकसित होने लगती हैं, एक कलम से लगभग ५ - ६ शाखाए विकसित हो जाती है, लेकिन अगले चरण के लिए सिर्फ दो शाखाये ही रखी जानी चाहिए।




कलम(ग्राफ्टिंग) बांधना
कलम(ग्राफ्टिंग) बांधना
जनवरी से फरवरी माह के बिच लगाई गई कलमे अगस्त से सितम्बर माह तक कलम बांधने ( ग्राफ्टिंग करने के लिए) के लिए तैयार हो जाती हैं, क्योकि इस समय तापमान ३० - ३५ °C के बिच और आद्रता ८०% तक होती है , जो कलम बांधने के लिए उचित होता है, इसलिए अगस्त के अंतिम सप्ताह से सितम्बर के अंतिम सप्ताह तक यह कार्य करने पर अच्छे परिणांम मिलते है, और फसल का विकास अच्छा होता हैं।
कलम से पौधो की तैयारी
कलम से पौधो की तैयारी
पौधो में रस प्रवाह पौधो के विकास के लिए जरुरी हैं, यदि आवश्यक हो तो २ से ३ दिनों में सिचाई करें, कलम बांधने के लिए सामान्यतः जड़ो की २ फिट ऊपर कट लगा के किया जाता हैं।


कलम का चयन
कलम का चयन
गुट्टी बांधने के लिए स्वस्थ कलमों का चयन किया जाना चाहिए, जो रोग मुक्त हो, सामान्यतः २ कली वाली कलमों का चयन किया जाता हैं, कलम बांधने से पहले कलम को २ - ३ घंटो के लिए बाविस्टिन के घोल में २ ग्रा./ लीटर में डूबा कर रखना चाहिए, जो इसकी कवक रोगो से रक्षा करेगा, ध्यान रखे और परिपक़्व कलमों का चयन करें।




गुट्टी बांधना
गुट्टी बांधना
गुट्टी बांधना एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमे पुराने तने के हिस्से में कट लगा कर नई कलम उसके साथ जोड़ी जाती हैं।


गुट्टी की देखभाल करना
गुट्टी की देखभाल करना
गुट्टी बांधने के १० से १२ दिनों के बाद तने पर कली बना शुरू हो जाता है, जबकि अंकुरण १५ से १७ दिनों शुरू हो जाता है, लेकिन इस समय पिस्सू का आक्रमण का खतरा अधिक होता है जो कली को खा लेते है, इसलिए अनुसंशित कीटनाशकों का प्रयोग करना चाहिए। यदि इस समय आद्रता ९० % या उसे अधिक हो जाये तो कोमल फफूंदी रोग होने का खतरा होता हैं, इसके निवारण के लिए प्रणालीगत कवकनाशी का छिड़काव करना चाहिए।


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